बीच में IPL 2025 छोड़ने पर BCCI ने पांच खिलाड़ियों की सैलरी कटौती की।
IPL 2025 इंडियन प्रीमियर लीग में केवल खिलाड़ियों का प्रदर्शन ही नहीं, बल्कि उनकी पूरी प्रतिबद्धता और टीम के प्रति समर्पण भी हमेशा से ही दर्शकों और क्रिकेट प्रेमियों के लिए प्रेरणादायक रहा है। हालांकि, हाल ही में पांच बड़े और चर्चित आईपीएल खिलाड़ी ऐसे सामने आए हैं जिन्होंने टूर्नामेंट के दौरान अपनी टीमों का साथ पूरी तरह से नहीं दिया और बीच में ही टीम छोड़ दी। इस गंभीर स्थिति को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने त्वरित और कड़ा कदम उठाते हुए इन खिलाड़ियों की सैलरी में भारी कटौती करने का फैसला लिया है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम इस पूरे मामले की विस्तारपूर्वक चर्चा करेंगे और समझेंगे कि इन खिलाड़ियों को किस प्रकार का आर्थिक नुकसान सहना पड़ा और इससे उनके करियर पर क्या प्रभाव पड़ सकता है।
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आईपीएल के पांच बड़े खिलाड़ियों की सजा
मिचल स्टार्क (दिल्ली कैपिटल्स)
मिचल स्टार्क पर सबसे बड़ी सजा लगी है। दिल्ली कैपिटल्स ने उन्हें 11.75 करोड़ रुपये में खरीदा था। BCCI ने निर्णय लिया है कि अगर वे IPL 2025 बीच में छोड़ देते हैं तो उनके वेतन का लगभग 30% हिस्सा काटा जाएगा। इसका मतलब मिचल स्टार्क को करीब 3.92 करोड़ रुपये की कटौती झेलनी पड़ेगी। यह उनके लिए लगभग 4 करोड़ रुपये का भारी नुकसान साबित होगा।
डुप्लेसिस
दूसरे नंबर पर मौजूद डुप्लेसिस की बात करें तो उनकी सैलरी में लगभग 67 लाख रुपये की भारी कटौती की गई है। पहले उनकी कुल सैलरी 2 करोड़ रुपये थी, लेकिन अब उन्हें यह पूरी रकम नहीं मिलेगी और उनकी आमदनी में काफी कमी आई है। इस बदलाव के बाद उनकी सैलरी कम होकर नई सीमा तक पहुंच गई है।
जेक फ्रेजर मैगर (दिल्ली कैपिटल्स)
दिल्ली कैपिटल्स की टीम में शामिल किए गए जेक फ्रेजर मैगर को आईपीएल नीलामी में 9 करोड़ रुपये की भारी रकम में खरीदा गया था। हालांकि, उनकी कुल सैलरी से अब लगभग 3 करोड़ रुपये की कटौती कर दी गई है। इस कटौती के बाद अब जेक फ्रेजर मैगर को केवल 6 करोड़ रुपये की राशि ही प्राप्त होगी।
जॉर्ज बटलर (गुजरात टाइटंस)
गुजरात टाइटंस के प्रमुख और सबसे चर्चित स्टार खिलाड़ी जॉर्ज बटलर ने इस सीजन में सबसे बड़ा आर्थिक नुकसान झेला है। उन्हें 15.75 करोड़ रुपये की भारी कीमत पर टीम ने खरीदा था, जो कि इस साल की नीलामी में काफी चर्चा का विषय बना था। लेकिन अब उनकी सैलरी में 5.25 करोड़ रुपये की कटौती की जाएगी। इसका मतलब साफ है कि बटलर को लगभग 5 करोड़ रुपये का सीधा आर्थिक नुकसान हो चुका है। यह न केवल उनके व्यक्तिगत करियर पर गहरा असर डाल सकता है, बल्कि टीम के समग्र प्रदर्शन और रणनीति पर भी इसका प्रभाव पड़ना तय है।
कासिगो रबाडा (गुजरात टाइटंस)
दूसरे नंबर पर गुजरात टाइटंस के प्रमुख खिलाड़ी कासिगो रबाडा की सैलरी से भी लगभग 3.60 करोड़ रुपये की कटौती की गई है। उन्हें कुल 10.73 करोड़ रुपये की भारी भरकम रकम में खरीदा गया था। इस कटौती के बाद उनकी वार्षिक सैलरी में निश्चित रूप से कमी आएगी, लेकिन इसके बावजूद वे अब भी एक अच्छी खास धनराशि प्राप्त करने वाले हैं।
BCCI की सख्ती: क्या यह फैसला सही है?
बीच में टूर्नामेंट छोड़ने पर सख्त कार्रवाई करना BCCI का एक कड़ा संदेश है। इससे यह स्पष्ट होता है कि खिलाड़ी केवल खुद के लिए नहीं, बल्कि अपनी टीम और लीग की प्रतिष्ठा के लिए भी जिम्मेदार होते हैं।
हालांकि, इस फैसले को लेकर विभिन्न पक्षों की राय अलग-अलग हो सकती है। कुछ लोग इसे उचित मानते हैं क्योंकि इससे खिलाड़ियों में अनुशासन आता है और खेल की गुणवत्ता बनी रहती है। वहीं, कुछ का तर्क हो सकता है कि अचानक परिस्थितियों में खिलाड़ियों को छोड़ना पड़ा होगा और उन्हें पूरी सजा देना उचित नहीं।
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ध्यान में रखकर भी BCCI ने कड़ी सजा दी है ताकि भविष्य में खिलाड़ी टूर्नामेंट बीच में न छोड़ें।
टीमों पर प्रभाव और आईपीएल का भविष्य
दिल्ली कैपिटल्स
दिल्ली टीम के तीन प्रमुख खिलाड़ी इस सजा के दायरे में आ गए हैं, जो न केवल टीम के प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है बल्कि टीम के मनोबल और खेल की गुणवत्ता को भी प्रभावित कर सकता है। ऐसी स्थिति में दिल्ली कैपिटल्स को अपनी रणनीति में बदलाव करना अनिवार्य होगा, ताकि टीम की कमजोरियों को दूर किया जा सके और आगामी मुकाबलों में बेहतर परिणाम हासिल किए जा सकें।
गुजरात टाइटंस
गुजरात टाइटंस के कुछ शीर्ष और महत्वपूर्ण बल्लेबाज तथा प्रमुख गेंदबाज इस मैच में टीम के साथ नहीं होंगे, जिससे उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी की रणनीति और प्रदर्शन पर काफी प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। इससे टीम की रन बनाने की क्षमता और गेंदबाजी की लाइन में निश्चित तौर पर बदलाव देखने को मिल सकता है।
आईपीएल का समग्र प्रभाव
किसी स्टार खिलाड़ी के बीच में टूर्नामेंट से हट जाने का प्रभाव न केवल टीम बल्कि पूरे लीग की विश्वसनीयता पर पड़ता है। इससे फैंस का उत्साह कम हो सकता है और मीडिया विवाद भी बढ़ सकते हैं। इसीलिए BCCI की यह सख्ती लीग के अनुशासन और विश्वास को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है।
निष्कर्ष
पांच बड़े आईपीएल खिलाड़ियों की सैलरी से 30% कटौती करवाना BCCI का एक स्पष्ट संदेश है कि टूर्नामेंट को बीच में छोड़ने वालों को कोई छूट नहीं मिलेगी। मिचल स्टार्क, जेक फ्रेजर मैगर, एफएफ डुप्लेसिस, जॉर्ज बटलर, और कगीश्वर रावड़ा जैसे खिलाड़ियों को इस कारण भारी आर्थिक नुकसान हुआ है।
यह सख्ती भविष्य में खिलाड़ियों को अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रोत्साहित करेगी। हालांकि, खिलाड़ियों की पारिवारिक और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को भी समझते हुए उचित समय पर बेहतर सपोर्ट सिस्टम विकसित करना आवश्यक होगा।
अंतिम विचार
आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में सभी खिलाड़ियों का अनुशासन एवं प्रतिबद्धता बेहद महत्वपूर्ण है। BCCI की यह कार्रवाई खिलाड़ियों के लिए एक चेतावनी है कि टीम और लीग के सम्मान से ज्यादा कुछ भी बड़ा नहीं। हमें उम्मीद है कि भविष्य में खिलाड़ी अपने दायित्वों का निर्वहन देंगे और लीग का स्तर और भी ऊंचा होगा।
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